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अतीक अहमद, मुख़्तार की चरणवंदना!
अतीक अहमद, मुख़्तार अंसारी जैसे माफ़ियाओंकी 'जी हुजूरी' खूब व्हायरल हो रही! किसने की, पढ़िए !

अतीक अहमद और गैंग की गुंडागर्दी, जबरदस्ती तथा आपराधिक कृत्योंसे हिन्दू भी पीड़ित थे, और मुस्लिम भी! फिर भी एक तबका उन्हें हमेशा मुस्लिमोंका रहनुमा बताने की कोशिश में लगा रहता। लेखक, कवी और पत्रकारोंका एक समूह हमेशा अतीक और मुख़्तार अंसारी जैसे माफ़ियाओंकी चरण वंदना में व्यस्त रहता था।
(इण्डिया इनपुट ब्यूरो)
अतीक अहमद हाल ही में एक हमलेमें मारे जाने के बाद अब उसका ख़ौफ़ नहीं रहा जबकि उसकी गैंग का डर भी बेहद कम हो चुका है। लिहाज़ा, उत्तर प्रदेश से धीरे धीरे उसके सम्बंधित कई बातें उजागर हो रही हैं। सोशल मिडिया और टि व्ही चैनलोंपर उनसे जुडी कई ऑडियो व्हिडिओ क्लिप्स अब व्हायरल हो रही हैं। ऐसी ही कई क्लिप्स से साफ़ उजागर हो रहा है कि किस तरह से कॉंग्रेस के राज्यसभा सांसद इम्रान प्रतापगढ़ी माफिया और पूर्व सांसद, विधायक अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी की शान में कसीदे पढ़ते थे।
अतीक को पत्रकारने रॉबिनहुड बताया।
तथाकथित सोशलिस्ट और वामपंथी पत्रकार भी सौ से अधिक आपराधिक मामलोंके आरोपी अतीक अहमद की छबि संवारने में लगे रहते थे। यहां तक कि, बी बी सी ऑनलाईन की सम्पादिका गीता पांडे ने अपने एक लेख में माफिया अतीक अहमद को रॉबिनहुड बताया था! कहानियोंका रॉबिनहुड अमीरोंसे छीन कर गरीबोंको बांटता है। अतीक अहमद से रॉबिनहुड की ये तुलना काफी अजीब थी, क्योंकि अतीक से कोई सुरक्षित नहीं रह पाया था – ना गरीब और ना अमीर! ऐसे कई मामले थे और आज भी चल रहे हैं जहां, अतीक ने कमजोर और गऱीबोंसे उनकी जमीनें छीन ली थीं और उन गरीब पीड़ितों के बचाव में ये स्वयं को सोशलिस्ट वामपंथी कहलाने वाले पत्रकार कभी आगे नहीं आये।
हालांकि, कलम के सिपाही- फिर वे कवी हों या पत्रकार- हमेशा सत्य को उजागर करते हैं, सच का साथ देते हैं, सही बोलते हैं ऐसी उनसे उम्मीद होती है। लेकिन, कुछ ऐसे भी होते हैं जो किसी अयोग्य व्यक्ति की भी ‘जी हुजूरी’ करते हुए (सीधी भाषा में इसे चाटुकारिता या भाटगिरी भी कहते हैं ) अपनी निजी तरक्की का जरिया बना लेते हैं।
अतीक की शान में इम्रान के कसीदे।

उत्तर प्रदेश से एक कथित कवी हैं जिन्हे कॉंग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र से राज्यसभा का सांसद बनाया है। नाम है इम्रान प्रतापगढ़ी। श्री प्रतापगढ़ी की खासियत ये रही है, कि इन्होने माफिया अतीक अहमद तथा मुख्तार अंसारी की शान में खूब कसीदे पढ़ें हैं और जमकर चरण वंदना की है।
एक व्हिडिओ क्लिप में इम्रान ये कहते साफ़ सुने जा सकते हैं, कि “मैं जब मुल्क के किसी भी कोने में जाकर किसी भी शहर में खड़े होकर जालिम हुकुमतोंके खिलाफ आवाज बुलंद करता था तो दिल में एक अहसास रहता था, कि इलाहाबाद में बैठा एक शख्स है जो कुछ भी गड़बड़ होगी तो संभाल लेगा ।”
अतीक अहमद जब घर पधारे तो श्री इम्रान प्रतापगढ़ी ने शान से ये ट्वीट किया था:

इन दिनों खूब व्हायरल हो रहे एक व्हिडिओ में इम्रान प्रतापगढ़ी बाहुबली अतीक अहमद के लिए एक शेर कहता है,
“जान हथेली पर लिये बोल रहा हूं जो सच
उसे इस देश के अखबार नहीं लिख सकते..”
फिर वो अतीक की शान में कुछ यूं गाने लगता है, –
“ये इक शायर का दावा है कभी भी रद्द नहीं होगा
तेरे कद के बराबर रब किसीका कद नहीं होगा ।
हे औकात वालों बात मेरी याद रखना तुम,
कई सदियों तलक कोई अतिक अहमद नहीं होगा ।”
व्हिडिओ में यहां तालियां भी सुनी जा सकती हैं। फिर आगे वह कहते जाता है,
“.. मैं कभी कभी सिव्हील लाईन्स में कॉफी हाऊस में खडा होकर कॉफी पिता हूं ; तो मैं ये जानता हूं कि कुछ भी हो, यहां से महज कुछ किलोमीटर दूर एक शख्स बैठा है वह सब संभाल लेगा ।”
मुख़्तार के चरणोंमें इम्रान।

एक अन्य माफिया मुख्तार अंसारी की इसी तथाकथित कवी इम्रान प्रतापगढ़ी द्वारा की गयी चरणवंदना की ये सात वर्ष पुरानी पंक्तियाँ :
“कल भी सब पर भारी था मैं,
आज भी सब पर भारी हूं
बच्चा बच्चा चीख रहा है,
मैं मुख्तार अन्सारी हूं ।”
यह व्हिडिओ भी खूब व्हायरल हो रहा है। इसपर जब उसे दो वर्ष पूर्व एक पत्रकार द्वारा पूछा गया था तो उसने इन पंक्तियोंसे इंकार नहीं किया था बल्कि उन्हें पुरानी कविता बताकर कहा था, “वह काफी पुराना व्हिडीओ है, शायद 2015 या 16 का होगा। किसी मुशायरा का होगा। तब मैं राजनीति में नहीं था। व्हिडीओ सही है। “
लेकिन, इन तरह के व्हिडिओ क्लिप्स के बीच एक और बात गौरतलब है, कि जहां इस तरह के कवी और पत्रकार कभी माफियाओंकी जी हुजूरी करते थे आज वे ही उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को लोकतंत्र विरोधी और फासिस्ट कहने में अपना समय बिता रहे हैं।
(Featured image: wikibio)