EV वाहनों के लिए अब वायरलेस चार्जिंग प्रणाली!
ई वी वाहन चालकों के लिए खुश खबर! VNIT नागपुर की टीम हुई सफल।

EV अर्थात इलेक्ट्रिक (ई वी) वाहनों के लिए अब वायरलेस (बिनतारी) चार्जिंग प्रणाली ढूंढ ली गई है। लिहाजा अब इलेक्ट्रिक वाहनोंका इस्तेमाल करना एकदम आसान हो जाएगा। इंडिया इनपुट ब्यूरो टीम की रिपोर्ट..

EV इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद अच्छी खबर है। जहाँ एक ओर बिजली सप्लाई सॉकेट की उपलब्धता की समस्या, वायरों की लम्बाई में कमी होने से या वाहन की सुरक्षा की चिंता के चलते EV वाहनों की समय पर चार्जिंग एक बड़ी समस्या बन कर रह गई है, वहीं, अब नागपूर स्थित वी एन आय टी (विश्र्वेसरैया नॅशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी) में संशोधककों की टीम ने विद्युत प्रवाह पर चलने वाले EV वाहनों के लिए अब वायरलेस चार्जिंग प्रणाली (वायरलेस इलेक्ट्रिक चार्जर) को विकसित किया है। लिहाजा अब इलेक्ट्रिक वाहनोंका इस्तेमाल करना एकदम आसान हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है, कि तीन वर्षों के भीतर ये टेक्नोलॉजी EV वाहन उपयोग कर्ताओं के लिए उपलब्ध की जायेगी। अब सड़कों पर चलते या दौड़ते हुए वाहनों की वायरलेस चार्जिंग प्रणाली के संशोधन तथा निर्माण पर काम चल रहा है।

कम वजन के तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों में उपयोग होने वाले 4.8 kWh बॅटरी पॅक इस से मात्र तीन घंटों में चार्ज हो सकता है। इसलिए घर अथवा जहां आवश्यक हो वहां सिंगल फेज 230 वॉल्ट, 50 हर्ट्झ और 15 अम्पियर सॉकेट द्वारा चार्जिंग करने वाले वायरलेस चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा सकेंगे। सोसायटी या उंच बहुमंजिला इमारतों में निवास करनेवाले इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, उनके लिए ये बेहद अच्छी खबर है।

इन दिनों बिजली पर दौड़ने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पेट्रोल या डिझेल इन पारंपरिक इंधनों के स्थान पर बॅटरी का इस्तेमाल करने वाले दो पहिया स्कूटर्स , तीन पहिया ऑटो रिक्षा और चार पहिया वाहनों को बड़े पैमाने पर सड़कों पर देखा जा रहा है। इनसे सड़कों पर प्रदूषण रोक पाने में सहायता होती है। किन्तु, इन ई वी (इलेक्ट्रिक वेहिकल्स) को चार्ज करने हेतु आवश्यक सुविधा उस अनुपात में विकसित और स्थापित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस मामले में यह बेहतर उपाय कहा जा सकता है।

प्रोफेसर डॉ. रितेश केसरी और उनके ई मोबिलिटी लॅब के संशोधक विद्यार्थियों की टीम ने इस वायरलेस चार्जर को विकसित किया है। टीम में वाका रविकिरण, सुमन सौरव, सना आजमी तथा अन्य पी एच डी और अन्य एम टेक संशोधक छात्र छात्राओं का समावेश है। इस प्रोजेक्ट हेतु केंद्र सरकारके इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तंत्रज्ञान मंत्रालय द्वारा निधी उपलब्ध कराया गया था।
लाइट इलेक्ट्रिक वाहन के लिए वायरलेस चार्जर:
वी एन आय टी की ई मोबिलिटी लैब के डॉ. रितेश केशरी ने इंडिया इनपुट टीम को बताया,” वायरलेस चार्जिंग एक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के लिए लचीलेपन के साथ एक समाधान है जहां हमें चार्जिंग पॉइंट और वाहन के बीच वायर्ड कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है।”

वायरलेस चार्जिंग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि, “ये दो प्रकार की हो सकती है, एक स्थिर चार्जिंग जहां वाहन स्थिर / खड़ा रहता है और दूसरा गतिज अवस्था में चार्ज होता है जहां वाहन चलता रहता है और चार्ज होता जाता है। एक विशिष्ट वायरलेस चार्जिंग सिस्टम में ग्रिड पॉइंट (सिंगल/थ्री फेज) से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ऑफ-बोर्ड पावर इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम एवं कॉइल सिस्टम शामिल होता है जो ग्रिड पॉइंट से वाहन तक ऊर्जा को हाई-फ्रीक्वेंसी इंडक्टिव कपलिंग और ऑन-बोर्ड बैटरी चार्ज करने के लिए ऑन-बोर्ड पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से ऊर्जा स्थानांतरित करता है। एक वायरलेस चार्जर में एक कॉइल जमीन में दबा रहता है और दूसरा कॉइल वाहन के तल पर लगाया जाता है। जब दो कॉइल आसपास आते हैं तो वाहन की चार्जिंग शुरू हो जाती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि, “दुनिया भर में इस टेक्नोलॉजी पर अभी कुछ स्थानों पर काम चल रहा है। हमारी ये टेक्नोलॉजी देश और दुनिया में अपनी तरह की पहली है। अभी हम पेटंट हेतु आवेदन देने की प्रक्रिया में हैं। ”
स्वदेशी वायरलेस चार्जर सिडेक त्रिवेंद्रम को हस्तांतरित:
वीएनआईटी नागपुर के सेंटर फॉर एडवांस्ड मोबिलिटी में हाल ही में एक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समारोह के दौरान, संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद पडोले ने विकसित 1.5 किलोवाट वायरलेस चार्जर श्री जयन पीपी, संयुक्त निदेशक, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स ग्रुप, सिडेक त्रिवेंद्रम को सौंपा गया था। समारोह में डीन फैकल्टी वेलफेयर प्रोफेसर आर. येरपुडे, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर वी.बी. बोरघेट और प्रोफेसर एसबी थोम्बरे के साथ अन्य संकाय सदस्यों ने भाग लिया था। विकसित वायरलेस चार्जर तीन घंटे के भीतर 4.8 kWh बैटरी पैक के हल्के इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज कर सकता है। डॉ. रितेश केशरी उत्पाद स्तर के प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए पिछले आठ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं। नागपुर की ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनी हाई राइज ट्रांसफॉर्मर और बैंगलोर की कंपनी बोस रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड, उद्योग स्तर के विकास के लिए प्रौद्योगिकी सहायता भागीदार हैं। इस परियोजना को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये के अनुदान के साथ वित्त पोषित किया गया था और इसे सिडेक के साथ निष्पादित किया गया है।
Similar reports:
RESEARCH: लैपटॉप की बैटरी को लंबे समय तक ऐसे चलाएँ।
Neomotion: Setting the wheelchair users real free!
https://indiainput.com/neomotion-setting-the-wheelchair-users-real-free/

PLANNING TO BUY AN EV? READ THIS BEFORE IT’S TOO LATE!
https://indiainput.com/buying-ev-read-this-before-its-too-late/

HOW TO CHOOSE THE RIGHT EV FOR YOU? HERE’S HELP!
https://indiainput.com/how-to-choose-the-right-ev-for-you-heres-help/
Other links:

CBSE के 30 फेक हैंडल्स बने! पढ़िए, पूरी लिस्ट!
FACT CHECK: फेक न्यूज क्यों दी जाती हैं?
FACT CHECK जरूरी है, FAKE NEWS की बाढ़ आई है।
https://indiainput.com/fact-check-3141-2/
EDUCATION: अब होगी शिक्षा में ‘वन नेशन, वन स्टूडेंट आइडी’!
https://indiainput.com/education-one-nation-one-student/
Ayodhya मंदिर: ऐसा है आस्था और इंजीनियरिंग का अद्भुत जोड़ !
https://indiainput.com/ayodhya-3070-2/
Paytm is facing RBI restrictions.
“Paytm के स्थान पर अन्य पेमेंट एप पर शिफ्ट हों!”
https://indiainput.com/paytm-3092-2/
Make in India जगा रहा उम्मीदें, बढ़ा रहा रोजगार!
https://indiainput.com/make-in-india-%e0%a4%9c%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a5%9d%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be/
POSTCARD MAN: ग्रामीण मार्केटिंगके जादूगरसे मिलीये!
Gaukriti इस गौकृति कागज से पौधे उग आते हैं।
शहद कितना शुद्ध है? शहद के नाम पर आप क्या खरीद रहे हैं?

2000 NOTE TO EXIT. IS IT MODI’S STRIKE AGAINST VOTE BUYERS?
https://indiainput.com/2000-note-to-exit-is-it-modis-strike-against-vote-buyers/

AMAZON IS IN THE EYE OF A STORM IN INDIA. READ TO KNOW WHY.
https://indiainput.com/why-are-indian-traders-angry-against-amazon/
IS CRYPTO SAFE? HERE IS ALL YOU NEED TO KNOW.
https://indiainput.com/is-crypto-safe/
Indiainput.com is keen to contribute in spreading more awareness on the innovations, technological inventions and updates and related happenings, current trends in the related issues & key information, Latest Research and allied topics. You are welcome to share experience or feedback on contactindiainput@gmail.com
Dear valued Readers and Supporters, at IndiaInput.com, YOU are the heart of everything we do! Your unwavering support has fueled our passion for delivering top-notch news and insights on a wide array of topics. We deeply appreciate the time you spend with us, making our journey so meaningful. Your favorite online news magazine Indiainput.com celebrates YOU and the association with you. We’re incredibly grateful for your selection and in joining us on this remarkable adventure. Together, let’s continue to create a brighter, exciting & knowledge-filled journey to a more rewarding future!